भोपाल, 24 नवंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार के महत्वाकांक्षी दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर का लगभग 244 किलो मीटर का हिस्सा मध्यप्रदेश से गुजरने वाला है, वहीं इस कॉरीडोर से जोड़ने के लिए 173 किलोमीटर लंबाई वाले फोरलेन इंदौर-देवास-उज्जैन-आगर-गरोठ बनाया जाने वाला है। संभावना इस बात की है कि कॉरीडोर से फोरलेन के जुड़ने से विकास की रफ्तार में तेजी आएगी।
राज्य के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर को जोड़ने वाला 173 किलोमीटर लंबा फोरलेन इंदौर-देवास-उज्जैन-आगर-गरोठ मार्ग प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इसके निर्माण से प्रदेश के आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।
मंत्री भार्गव ने कहा कि भारत सरकार के दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर का 244 किलोमीटर हिस्सा मध्यप्रदेश से होकर गुजरेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर भारत सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस मार्ग का निर्माण साल 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुंबई मार्ग का लाभ संपूर्ण मध्यप्रदेश को प्राप्त हो सके, इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा इंदौर-देवास-उज्जैन आगर-गरोठ तक 173 किलोमीटर लंबे फोरलेन के निर्माण की भी स्वीकृति दी गई है।
मंत्री ने कहा कि इस मार्ग के निर्माण से ग्वालियर से देवास, भोपाल से देवास और इंदौर मार्ग भी जुड़ जाएंगे। तब मध्यप्रदेश के सभी अंचल के लोग इस कॉरिडोर का लाभ उठा सकेंगे। इस कॉरिडोर के निर्माण से प्रदेश में रोजगार नए अवसर पैदा होंगे।
एसएनपी/एसजीके
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RACHNA SAROVAR
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